Public Holiday: बच्चों की हुई मौज, लगातार 4 दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित, बंद रहेंगे सभी स्कूल-कॉलेज

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मार्च के दूसरे सप्ताह में होली का त्योहार पड़ रहा है जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार के द्वारा 13, 14 और 15 मार्च 2025 को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर दी गई है इस दौरान प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज, बैंक और दफ्तर आदि बंद रहेंगे और सभी सरकारी काम स्थगित रहेगा।

वहीं 16 मार्च को रविवार होने के कारण इस दिन भी प्रदेश भर में साप्ताहिक अवकाश रहने वाला है। इस प्रकार कर्मचारियों और छात्रों को लगातार चार दिनों की छुट्टियां मिलने वाली है।

सार्वजनिक अवकाश

होली हमारे देश का बहुत ही लोकप्रिय त्यौहार है जिसका इंतजार हम सभी भारतवासियों को हर साल रहता है‌। हर प्रसिद्ध त्योहार यह प्रसिद्ध त्योहार हर साल फागुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है क्योंकि मार्च यानी फागुन का महीना शुरू हो चुका है तो अब लोग होली की छुट्टियों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा होली को लेकर 3 दोनों के सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर दी गई है।

दिसंबर 2024 को जारी कैलेंडर के मुताबिक, 13 मार्च 2025 को होलिका दहन है और 14 मार्च 2025 को मेन होली मनाई जाएगी। वहीं कई जगहों पर 15 मार्च (शनिवार) को भी होली मनाई जाएगी। इस तरह पूरे 3 दिनों तक होली का त्यौहार मनाया जाएगा जिसके चलते प्रदेश भर में तीन दिनों का सार्वजनिक अवकाश रहने वाला है।

इसके अलावा 16 मार्च को रविवार का दिन रहेगा जिसके चलते पूरे भारत में इस दिन साप्ताहिक अवकाश रहेगा। यानी कि इस बार होली पर छात्रों एवं कर्मचारियों को लगातार चार दिनों की छुट्टियों का फायदा मिलने वाला है। ऐसे में हर कोई अपने परिवार के साथ होली मना कर और साथ में बिताकर इन छुट्टियों का लुत्फ उठा सकते हैं।

आपको बता दें, 15 मार्च के दिन निर्बंधित अवकाश रहेगा जिसका फायदा हर सरकारी कर्मचारी उठा सकते हैं हालांकि इसकी शर्त यह होती है कि अनुसूची में दी गई निबंधित छुट्टियों में से कर्मचारी किन्हीं दो छुट्टियों का लाभ साल भर में ले सकते हैं। यानी कि अगर कर्मचारी इस छुट्टी के लिए आवेदन करते हैं तो यह तीसरा अवकाश उन्हें निर्बंधित अवकाश के रूप में लेना पड़ेगा।

जानें होली का महत्व

जैसा कि मैंने बताया, होली हर वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है इस दिन का हिंदू धर्म में एक विशेष ही स्थान और महत्व है। इसका इतिहास श्री भगवान विष्णु जी के भक्त और प्रहलाद से जुड़ा है। हर वर्ष की होलिका दहन इस कथा को दोहराती है और याद दिलाती है कि जब हिरण्यकशिपु की बहन होलिका ने प्रहलाद को आग में जलाने की कोशिश की थी तब वह खुद ही आग में जल गई थी। इसके अलावा होली का पावन त्यौहार राधा-कृष्ण के प्रेम लीला और वसंत ऋतु के आगमन के उत्सव के रूप में भी मनाई जाती है।

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Raj Kumar, a passionate writer from Rajasthan, focuses on education and government jobs, exam-related topics. With 3 years of experience in the field, he has been sharing valuable insights through the exam news section of rajasthanssoidlogin.com since 2024.

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